अमृतपुर,फर्रुखाबाद, आरोही टुडे न्यूज
संवाददाता अभिषेक तिवारी की रिपोर्ट
जनपद फर्रुखाबाद के कस्बा अमृतपुर में बने हेल्थ एवं वैलनेस सेंटर में दवा लेने जा रहे मरीजों को मायूस होकर लौटना पड़ता है। डॉक्टर द्वारा मनमानी ढंग से कार्य किया जा रहा है। यहां पर मरीजों को दवाई नहीं दी जा रही है। ग्रामीणों ने बताया है कि यहां पर डॉक्टर नहीं आते हैं।डॉक्टर न आने के कारण ग्रामीण दवा लेने के लिए जाते हैं लेकिन मायूस होकर लौट आते हैं। उच्च अधिकारी मामले को जानते हुए भी अनभिज्ञ बने हुए हैं।कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं। उच्च अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा रही है। जिसके कारण डॉक्टर द्वारा अपने मन से कार्य किया जा रहा है। यहां पर चारों तरफ बाढ़ का कहर है। बाढ़ के कारण तरह-तरह की बीमारियां फैल रही हैं।ग्रामीण जब हेल्थ वैलनेस सेंटर में दवाई लेने आते हैं तो आप मायूस होकर लौट जाते हैं। कई ग्रामीणों ने बताया है कि डॉक्टर अपनी मनमानी कर रहे हैं।जब डॉक्टर की इच्छा होती है तभी वह यहां आकर बैठते हैं।जब इच्छा होती है उसी दिन छुट्टी मार देते हैं। ग्रामीण इंतजार में घंटों राह देखते हैं लेकिन अंत में निराश होकर लौट जाते हैं। उच्च अधिकारियों द्वारा सब कुछ जानते हुए भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। ग्रामीण बताते हैं कि जब वह दवाई लेने हेल्थ बैलेंस सेंटर पर जाते है डॉक्टर द्वारा उनसे कह दिया जाता है कि उनके पास दवाई नहीं है। कई ग्रामीण दवाई न मिलने की वजह लौट आते हैं। क़स्बा अमृतपुर के ग्रामीणों ने बताया है कि डॉक्टर साहब केवल हफ्ते में एक-दो दिन आते हैं। कोई कोई हफ्ता ऐसा भी हो जाता है डॉक्टर साहब बिल्कुल हेल्थ बैलेंस सेंटर पर नहीं आते हैं। ग्रामीणों ने बताया है कि गांव के चारों तरफ सैलाब भरा है। जिससे गंभीर बीमारियां फैल रही है। ग्रामीण जब दवाई लेने के लिए हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर आते है तब डॉक्टर के न होने के कारण बिना दवाई लिए ही मायूस होकर लौट जाते हैं।ग्रामीणों ने बताया है कि डॉक्टर साहब नियमावली से नहीं आ रहे हैं। ग्रामीण बताते हैं कि डॉक्टर द्वारा लोगों की मौत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। लोगों को उनकी मर्ज के अनुसार दवाई नहीं दी जा रही है। डॉक्टर द्वारा अपनी मर्जी से दवाई दी जा रही है। इस मामले को लेकर जब राजेपुर चिकित्सा प्रभारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामले को संज्ञान में लेकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।