राजेपुर,फर्रुखाबाद, आरोही टुडे न्यूज – अभिषेक तिवारी की रिपोर्ट, जनपद के राजेपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र वर्तमान में दलालों का अड्डा बना हुआ है।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गरीबों का जमकर शोषण हो रहा है।एक तरफ जहां भारत सरकार गरीबों को हर इलाज मुफ्त में देने का वायदा करती है वहीं दूसरी तरफ उसी के कर्मचारी जनता को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं।भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को कागजों पर ही गरीबों को मुफ्त में दी जा रही है।वास्तविकता में गरीबों से रुपए लेकर दवाइयां से मोटी कमाई की जा रही है।कर्मचारी रुपए लेकर सरकारी दवाइयां से अपनी झोलियां भरने में लगे हुए हैं। उच्च अधिकारियों की लापरवाही के चलते गरीब जनता उनका शिकार बन रही है।उच्च अधिकारी द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने पर उन पर कोई भी असर नहीं पड़ता है।एक तरफ जहां सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने वालों पर कार्रवाई करती है तथा बुलडोजर तक चलने के लिए तैयार हो जाती है।अब देखना यह है कि उसी की सरकार में डाका डाल रहे इन कर्मचारियों पर क्या कार्रवाई होती है। पूरा मामला जनपद फर्रुखाबाद के राई खंडोली का है।जहां के निवासी राजेश कुमार पुत्र लक्ष्मण से प्रसव के नाम पर नर्स कामिनी वर्मा द्वारा ₹5000 लिए गए।जिसके बाद पीड़ित ने राजेपुर चिकित्सा प्रभारी से गुहार लगाई है।पीड़ित ने बताया कि नर्स कामिनी वर्मा ने बिना रुपए लिए प्रसव कराने से साफ इनकार कर दिया था जिससे उसकी पत्नी प्रसव पीड़ा से बेतासा दर्द में रों रही थी इसके बाद उसने ₹5000 ब्याज पर लिए और प्रसव कराने के लिए कामिनी को दे दिए इसके बाद उसका प्रसव कराया गया। पीड़ित ने राजेपुर चिकित्सा प्रभारी को लिखित प्रार्थना पत्र भी दिया है।अब देखना यह है कि राजेपुर चिकित्सा प्रभारी द्वारा आखिर क्या कार्रवाई की जाती है?राजेपुर चिकित्सा प्रभारी द्वारा एक नर्स पर कार्रवाई कर कर उन नसों के लिए मिसाल पेश की जाती है या फिर मामले को घुमा फिरा कर समाप्त कर दिया जाता है? सीएससी प्रभारी आरिफ सिद्दीकी से बात की तो उन्होंने कहा इस मामले की कोई जानकारी नहीं है.