फर्रुखाबाद में भाकियू भानू ने अभी तक किसी भी पार्टी को अपना समर्थन नहीं दिया है।जब तक कोई उम्मीदवार संपर्क कर जनपद फर्रुखाबाद के मुद्दों पर विचार-विमर्श नहीं करता तब तक किसी भी प्रत्याशी/पार्टी को कोई समर्थन नहीं है और न ही किसी पार्टी का प्रचार प्रसार संगठन द्वारा किया जाएगा। भारतीय किसान यूनियन भानू नोटा का बटन प्रयोग करेगी।कारण-
1-किसान सहकारी चीनी मिल का विस्तारीकरण नवीनीकरण नहीं किया गया।
2-हथियापुर स्थित संग्रहालय बने वर्षों हो गए मौजूदा सांसद द्वारा उद्घाटन नहीं होने दिया।
3-आलू पर आधारित उद्योगों की स्थापना फर्रुखाबाद में नहीं होने दी।
4-फूड फैक्ट्री की पुनः स्थापन नहीं होने दी।
5-सूत मिल कंपिल पुनः चालू नहीं होने दिया।
6-गंगा नदी की कटरी की किसानों की जमीनों पर अवैध कब्जा वन विभागों द्वारा कराया जा रहा है।
7-कायमगंज रेलवे स्टेशन से दूरगामी गाड़ियां नहीं चलने दी दूरगामी गाड़ियों का ठहराव नहीं है।
8-तेरह प्राइमरी जूनियर स्कूल कायमगंज तहसील क्षेत्र में है इनके लिए दो शिक्षक चार शिक्षा मित्र हैं बाकी स्कूल रसोइया चला रहे हैं प्राईवेट शिक्षा शिक्षा माफिया चला रहे हैं जो महंगी है।
9-फर्रुखाबाद में 19 आयुर्वेदिक यूनानी चिकित्सालय हैं चूरन देकर मरीजों को टरका दिया जाता दवाइयां स्थानीय स्तर की डाबर यूनानी दवा विक्रेताओं को बेच दी जाती है।
10-अंग्रेजी दवाई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मर्ज के अनुसार नहीं मिलती हैं।
ऐसी तमाम समस्याओं का वर्तमान सांसद द्वारा निदान नहीं किया गया। भाजपा को किस वोट क्यों दे उसे पर संसद करता है कि वोट देना हो तो नहीं तो मत दो।
अब कोई अच्छा प्रत्याशी नहीं है जिसे वोट दिया जाए इसलिए भारतीय किसान यूनियन भानू फर्रुखाबाद में नोटा बटन का प्रयोग कर सकती है।