अमृतपुर , फर्रूखाबाद , आरोही टुडे न्यूज , अभिषेक तिवारी की रिपोर्ट
गंगा नदी में बढ़ रहे जल स्तर के कारण चारों तरफ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। तराई क्षेत्र के गांव जोगराजपुर रामपुर बमियारी बरुआ उदयपुर कंचनपुर सबलपुर कछुआ गाढ़ा सुंदरपुर कटरी आशा की मड़ैया तीस राम की मड़ैया मंझा की मडैया करनपुर घाट आदि दर्जनों गांव बाढ़ के पानी से प्रभावित हुए हैं।तराई के क्षेत्र में धान मूंगफली तिली व अन्य फसले पानी में डूब चुकी है। गंगा के आस-पास के कई गांवों में पानी भर जाने से लोग मुश्किल में हैं और स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।लगातार बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है। आज नरौरा बांध से 1 लाख 34 हजार क्यूसेक, बिजनौर बैराज: से 52 हजार क्यूसेक, हरिद्वार बांध: से 74 हजार क्यूसेक पानी गंगा नदी में छोड़ा गया।फर्रुखाबाद में पांचाल घाट गंगा का जलस्तर 136.65 मीटर पर पहुंच गया है। जबकि रामगंगा में आज 4,124 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। रामगंगा का जलस्तर 134.40 मीटर है।बाढ़ के पानी से तराई, गंगापार और कंपिल की कटरी इलाकों में लोगों में दहशत का माहौल है। गंगा नदी में नरौरा, हरिद्वार और बिजनौर बांधों से छोड़े गए पानी के कारण जलस्तर में और इजाफा होने की संभावना है। गंगा और रामगंगा का चेतावनी बिंदु: 136.60 मीटर के आसपास है।स्थानीय प्रशासन ने बाढ़ की बरुआ निवासी धर्मेंद्र सिंह चौहान ने बताया है कि माननीय जिलाधिकारी जी द्वारा 27 जुलाई को गांव बरुआ में बाढ़ चौकी स्थापित की गई है,जिलाधिकारी जी के साथ 27 जुलाई को पूरा प्रशासन आया था,और बहुत बडी बडी बाते और वायदा कर गए थे, उस दिन से आज तक न कोई शासन प्रशासन की तरफ से आया न कोई मेडिकल टीम आई,गांव में बीमारी (उल्टी,दस्त,बुखार आदि) फैलने लगी है,गांव के चारो तरफ़ पानी भरा हुआ है आवागमन नाव के जरिए हो पा रहा है।कृपया मेरे गांव की तरफ भी ध्यान दे।