नई दिल्ली। मालदीव की तीन दिवसीय यात्रा पर गए विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने भारत की अनुदान सहायता से निर्मित विभिन्न प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन किया।
9-11 अगस्त के बीच अपनी इस यात्रा के दौरान विदेश मंत्री ने मालदीव गणराज्य के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज़ू से मुलाकात की। इस दौरान राष्ट्रपति मुइज़ू ने मालदीव को प्रदान की गई भारत की निरंतर विकास सहायता की सराहना की और भारत-मालदीव संबंधों को और गहरा करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। जयशंकर ने मालदीव के 28 द्वीपों में जल और सीवरेज नेटवर्क की भारत की लाइन ऑफ क्रेडिट (एलओसी) सहायता प्राप्त परियोजना का उद्घाटन किया।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा जयशंकर ने अपने समकक्ष मूसा ज़मीर के साथ द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण पहलुओं की समीक्षा की। उन्होंने रक्षा मंत्री के साथ भी सार्थक चर्चा की, जिसमें दोनों पक्षों ने भारत-मालदीव रक्षा और सुरक्षा साझेदारी को और मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। विदेश मंत्री ने वित्त और आर्थिक विकास एवं व्यापार मंत्रियों तथा मालदीव मौद्रिक प्राधिकरण के गवर्नर से भी मुलाकात की और दोनों देशों के बीच व्यापार और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
बयान में कहा गया विदेश मंत्री ने मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात की। माले में, भारत में अतिरिक्त 1000 मालदीव के सिविल सेवकों की क्षमता निर्माण और मालदीव में यूपीआई की शुरूआत पर समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान किया गया। इस दौरान मानसिक स्वास्थ्य, विशेष शिक्षा, स्पीच थेरेपी और स्ट्रीट लाइटिंग के क्षेत्रों में भारत द्वारा अनुदान सहायता के तहत छह उच्च प्रभाव सामुदायिक विकास परियोजनाओं (एचआईसीडीपी) का भी संयुक्त रूप से उद्घाटन किया गया।
विदेश मंत्री ने माले में भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ भी बातचीत की और भारत-मालदीव संबंधों में उनके योगदान की सराहना की। विदेश मंत्री ने अड्डू शहर का भी दौरा किया, जिसके दौरान उन्होंने अड्डू रिक्लेमेशन और शोर प्रोटेक्शन प्रोजेक्ट तथा अड्डू डेटोर लिंक ब्रिज प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया।