फर्रुखाबाद, आरोही टुडे न्यूज-
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में बीते दिनों एक महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना से पूरे देश में गुस्सा है। इसे लेकर जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। खासकर डॉक्टर्स और मेडिकल क्षेत्र से जुड़े लोग लगातार कोलकाता मामले में न्याय की मांग उठा रहे हैं। अब इस विरोध प्रदर्शन की चिंगारी जनपद में भी सुलग गयी| एक तरफ आईएमए नें घटना के विरोध में 24 घंटे की हड़ताल की| वहीं शाम को लोक अधिकार मंच के साथ ही कई संगठनों ने कैंडिल मार्च निकाल न्याय की मांग की|
लोकअधिकार मंच के अध्यक्ष डा. अरविंद गुप्ता और डा. कविता शर्मा के नेतृत्व में कैंडिल मार्च आवास विकास तिराहे से लोहिया प्रतिमा तक निकाला गया | जिसके बाद मृत आत्मा की शांति के लिए श्रद्धांजलि दी गई। जिसमें सैकड़ो की संख्या में महिलाएं व आम जनता के लोग शामिल हुए। सभी के चेहरे से गुस्सा झलक रहा था| मार्च में महिला चिकित्सक के हत्यारों को फांसी दो, हमको चाहिए इंसाफ के नारे गूंजते रहे। डा. अरविंद गुप्ता नें कहा की इस प्रकार के दुर्दांत अपराधियों की रूह कांप जाए ऐसा दंड दिया जाना चाहिए। ऐसे आरोपियों को भी चौराहे पर फांसी दी जाए। आरोपियों को गरुड़ पुराण के अनुसार सजा दी जाए, खोलते तेल की कड़ाई में डाल दिया जाना चाहिए।उन्होंने कहा कि जैसे सिख समाज को कृपाण रखने की छूट है, वैसे ही अब महिलाओं को कटारी रखने की छूट दी जाए।जिससे जब भी बहसी दरिंदे महिलाओं के साथ इस प्रकार के घृणित कृत्य करने की सोचे तो उनको महिलाएं मौत के घाट उतार दे।
आवास विकास तिराहे से शनिवार शाम को लोक अधिकार मंच का कैंडल मार्च शुरू हुआ। इसमें सैकड़ो की संख्या में महिलाएं एवं आम जनता के लोग शामिल रहे। कैंडल मार्च का नेतृत्व लोक अधिकार मंच अध्यक्ष डॉ अरविंद गुप्ता और डॉक्टर कविता शर्मा कर रहे थे। महिला चिकित्सक के हत्यारों को फांसी दो, हमको चाहिए इंसाफ के नारे गूंजते रहे।
कैंडल मार्च लोहिया मूर्ति पर समाप्त हुआ। वहां पर एकत्र होकर मृतक चिकित्सक को श्रद्धांजलि दी गई। कैंडल मार्च में आई महिलाओं ने कहा कि इस प्रकार के दुर्दांत अपराधियों की रूह कांप जाए ऐसा दंड दिया जाना चाहिए। ऐसे आरोपियों को भी चौराहे पर फांसी दी जाए।
लोक अधिकार मंच डॉ अरविंद गुप्ता ने मांग की इस प्रकार के आरोपियों को गरुड़ पुराण के अनुसार सजा दी जाए, खोलते तेल की कड़ाई में डाल दिया जाना चाहिए।उन्होंने कहा कि जैसे सिख समाज को कृपाण रखने की छूट है, वैसे ही अब महिलाओं को कटारी रखने की छूट दी जाए।जिससे जब भी बहसी दरिंदे महिलाओं के साथ इस प्रकार के घृणित कृत्य करने की सोचे तो उनको महिलाएं मौत के घाट उतार दे। वहीं ममता सरकार पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी सरकार किस काम की जो बहन बेटियों की सुरक्षा नहीं कर सकती है। राष्ट्रपति शासन लगाकर सफाई करना चाहिए।
डॉक्टर कविता शर्मा ने कहा कि वह सरकार से मांग करती है आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई हो। अगर देश में बहन बेटियां सुरक्षित नहीं होगी तो देश कैसे सुरक्षित होगा।