फर्रुखाबाद, कोतवाली कायमगंज पुलिस ने भटासा रेलवे स्टेशन पर रेल की पटरियों के ऊपर लकड़ी का बोटा रखने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने दोनों काे जेल भेज दिया।
शुक्रवार को हुई घटना के बाद पुलिस ने शनिवार को रेलवे के मेट और ट्रैकमैन समेत पांच लोगों से पूछताछ की थी। इसके बाद घटनास्थल के पास के गांव आरियारा के देव सिंह व उसके साथी मोहन को हिरासत में लिया गया। दोनों ने ट्रैक के किनारे शराब पीने और शरारतन लकड़ी का बोटा (पेड़ का तना) रेल ट्रैक पर डालने की बात को स्वीकार किया। युवकों में एक किसान नेता का बेटा है।
पुलिस अधीक्षक का कहना है कि अभी कुछ और बिंदुओं पर जांच चल रही है। आरोपियों ने घटना के अगले दिन नशा उतरने के बाद खुद ही गांव के कुछ लोगों के बीच कहा कि नशे की हालत में वह रेल ट्रैक पर लकड़ी का टुकड़ा डाल आए थे। गलती हो गई, इससे ट्रेन पलट सकती थी। उन्होंने तो लकड़ी इसलिए डाली थी कि वह देखना चाहते थे कि ट्रेन की टक्कर से मोटी लकड़ी टूटती है या नहीं। इस चर्चा को गांव के कई लोगों ने सुना।
आरोपियों द्वारा की गई चर्चा के आधार पर पुलिस ने आरोपियों को दबोच लिया था। पुलिस को एक ऐसा व्यक्ति भी मिला, जिससे इन आरोपियों ने घटना से पहले शराब के दो पउवे मंगवाए थे। रेलवे ट्रैक के पास ही आरोपी का खेत है।
भटासा स्टेशन के पास जहां ट्रैक पर लकड़ी का बोटा रखा गया था। उस स्थल के पास ही एक आरोपी ने एक किसान का खेत बंटाई पर लेकर धान बोए थे। घटना वाली रात आरोपी इसी खेत में पानी लगाने आए थे। खेत में पानी लगाने के बाद शराब पी गई। नशे की हालत में ही दोनों आरोपियों ने ट्रैक पर यह लकड़ी रख दी थी। पटरी पर लकड़ी का बोटा रखकर ट्रेन को बेपटरी करने की कोशिश में पुलिस ने कायमगंज के गांव अरियारा निवासी भाकियू (लोकशक्ति) नेता के पुत्र देव सिंह व उसके साथी मोहन उर्फ सोंटी को पकड़ लिया था।
कासगंज से फर्रुखाबाद आ रही स्पेशल पैसेंजर ट्रेन के सामने शुक्रवार रात 11:15 बजे लकड़ी का बोटा डालकर भटासा हाल्ट के पास बेपटरी करने की कोशिश की गई थी। जांच में जुटी पुलिस ने भाकियू नेता के पुत्र व साथी को हिरासत में लिया था। मंगलवार को पुलिस ने दोनों अभियुक्तों का मेडिकल कराकर जेल भेज दिया।