फर्रुखाबाद, आरोही टुडे न्यूज – भाजपा सांसद मुकेश राजपूत ने साफ कर दिया है कि उन्हें हाई कोर्ट का कोई नोटिस नहीं मिला है। आज भाजपा जिला मुख्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में सांसद मुकेश राजपूत ने लोकसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी द्वारा लगाए गए आरोप एवं इलाहाबाद हाई कोर्ट के द्वारा जारी किए गए नोटिस पर कहा कि उनको ऐसा किसी भी प्रकार का नोटिस प्राप्त नहीं हुआ है। उन्होंने कहा जब से लोकसभा चुनाव की घोषणा हुई थी तब से ही समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का इंडिया गठबंधन पूरे चुनाव में जनता को भ्रमित करता रहा पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल बनाने का प्रयास किया गया था। मतदान से पूर्व ही जनता को भ्रमित करने के लिए कांग्रेस और उसके सहयोगी दल जिसमें मुख्य रूप से समाजवादी पार्टी ने पूरे प्रदेश में पिछड़े एवं दलित समाज वर्ग के लोगों को संविधान और आरक्षण के नाम पर गुमराह करने का कार्य किया। बल्कि सपा और कांग्रेस कभी भी संविधान और नियमों के आधार पर कार्य नहीं करती है। जब जब कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के लोग सत्ता में रहे तब तब संविधान की धज्जियां उड़ाते रहे पूरे चुनाव भर खटाखट योजना से जनता को गुमराह किया गया। बल्कि जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है उन राज्यों में ऐसी कोई भी योजना लागू नहीं की है।
उन्होंने कहा लोकसभा चुनाव की मतगणना के दौरान सपा प्रत्याशी ने बिजली काटने और धांधली करने का आरोप लगाया था और अलीगंज में 30 और 29 में राउंड में धांधली करने का आरोप लगाया जो की पूर्ण रूप से निराधार है। पहले वह चुनाव आयोग को कटघरे में खड़ा कर रहे थे और वह मुझको भी कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। यह दर्शाता है कि वह सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए इस प्रकार का कदम उठा रहे हैं बल्कि पूरे चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के द्वारा बांटी जा रही शराब को सरकार ने जप्त किया था। बड़े पैमाने पर वोटरों को लुभाने के लिए धन का दुरुपयोग हो रहा था माता और बहनों के खाते में एक 100000 रुपए डालने का झूठा वादा किया जा रहा था। लेकिन उसके बाद भी जनता ने उनके इस झूठ को अस्वीकार कर दिया। अभी कुछ दिन पूर्व ही भारत के पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में तख्ता पलट के दौरान वहां अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर हुए अत्याचार पर एक भी आवाज विपक्ष के द्वारा नहीं उठाई गई। बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों पर अपना विरोध जताया। लेकिन जब प्रदेश व देश में अल्पसंख्यकों के साथ अगर कोई घटना होती है तो सारा विपक्ष सरकार को कटघरे में खड़ा करने लगता है।
समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में माफियाओं की संरक्षण दाता रही है। प्रदेश की सरकार निरंतर अपराधियों पर कार्यवाही कर रही है लेकिन सपा के लोग अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी जैसे लोगों के घर पर जाकर फातिमा पढ़ते हैं। इस चुनाव में विपक्ष का जो भी वोट बड़ा है वह लोगों को गुमराह करके बढ़ाया गया है लेकिन जनता उनके हर षड्यंत्र का जवाब देने के तैयार बैठी है। 2027 के विधानसभा के चुनाव में जनता उनके झूठ को अस्वीकार करेगी। प्रदेश की सरकार निरंतर अपराधियों पर कार्यवाही करेगी।
भाजपा जिलाध्यक्ष रूपेश गुप्ता ने कहा सपा प्रत्याशी और उनकी पूरी पार्टी झूठ पर आधारित है यह लोग जब-जब सत्ता में आते हैं लोकतंत्र और संविधान को खत्म करने का षड्यंत्र रचते हैं। उनकी पार्टी में भी लोकतंत्र नहीं है यह परिवारवाद और भ्रष्टाचार की नींव पर बने हुए दल हैं। सपा प्रत्याशी के सभी आरोपों का जवाब दिया जाएगा। इस वार्ता के दौरान जिला महामंत्री हिमांशु गुप्ता जिला मीडिया प्रभारी शिवांग रस्तोगी जिला कोषाध्यक्ष संजीव गुप्ता आदि लोग मौजूद रहे।