अमृतपुर ,फर्रुखाबाद, आरोही टुडे न्यूज,अभिषेक तिवारी की रिपोर्ट
प्रदेश में साफ सफाई को लेकर कई बार अभियान चलाए गए और लोगों में जागरूकता फैलाई गई तथा ग्राम प्रधानों को जागरूक किया गया। सफाई के दौरान कीटनाशक दवाई के छिड़काव के लिए भी प्रेरित किया गया।विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों द्वारा गांव भर में रैली निकालकर अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया गया। विकासखंड राजेपुर के बलीपट्टी रानीगांव में एक ऐसा वाक्यांश सामने आया है जिससे स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ गई।शिक्षा विभाग की घोर लापरवाही से कई बच्चे बीमारी की भेंट चढ़ गए।सरकार द्वारा बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान रखने का जिम्मा अध्यापकों को दिया गया, जिसके बदले में सरकार द्वारा उन्हें मोटी रकम दी जा रही है।उसके बावजूद भी अध्यापक बच्चों के स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। विद्यालय के चारों ओर गंदगी होने के बावजूद भी एक बार भी अध्यापकों ने उच्च अधिकारियों को अवगत नहीं कराया,जिसका खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ा।विद्यालय के आसपास लगे गंदगी के अम्बार से खुजली वाले कीड़े हजारों की तादाद में प्राथमिक विद्यालय के परिसर में फ़ैल गए।जिसके शिकार बच्चे व रसोईया हो गए।स्वास्थ्य विभाग के अनुसार माइट्स कीड़ा जो खुजली उत्पन्न करता है जिसके शरीर पर काटने व घूमने से त्वचा पर दाने व चकत्ते पड़ जाते हैं।जिसके कारण शरीर में स्किन इन्फेक्शन व खुजली उत्पन्न हो जाती है।जिससे प्रांशु, मनोरमा, गरिमा, पल्लवी, अर्जुन, नैंसी, प्रियंका, पावनी ,राधा, रितिक, सहित कुल छह दर्जन बच्चे ग्रसित हो गए।जब स्कूली बच्चों के द्वारा घर पर इस बात की जानकारी दी गई तो गांव में हडक़ंप मच गया। कीड़ों के काटने से बच्चे परेशान हो गए।जब इस बात की जानकारी पूर्व प्रधान ब्रह्म दत्त शुक्ला को मिली तो बच्चों की सुरक्षा हेतु डॉक्टर गौरव राजपूत को फोन पर सूचना दी गई।
बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी समस्या के समाधान के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम बच्चों के पास दवा देने के लिए स्कूल पहुंच गई।देखा तो छह दर्जन बच्चों के शरीर पर दाने व चकत्ते नजर आए। जब डॉक्टर गौरव वर्मा से इस बारे में जानकारी ली गई तो बताया की यह खुजली वाले माइट्स नाम के कीड़े हैं। यह गंदगी में पाए जाते हैं। वही जब मौके पर देखा गया तो विद्यालय परिसर के में गेट के सामने ही गंदगी का अंबार लगा हुआ था।जहां से कीड़े जाकर विद्यालय में अपना घर बनाकर बच्चों को अपना शिकार बना रहे थे। डॉ.गौरव वर्मा के द्वारा विद्यालय परिसर में कीटनाशक दवाइयो का छिडक़ाव कराया गया।अगर शिक्षा विभाग इसी तरह गहरी नींद में सोता रहा है तो विद्यालय में पढऩे वाले स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता कौन करेगा। शिक्षा विभाग बच्चों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने में जुटा है।
जब इस संबंध में उपजिलाधिकारी अतुल कुमार से दूरसंचार के माध्यम से बात की गई तो उन्होंने बताया एडियो पंचायत को निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही विद्यालय परिसर के सामने से कूड़ा हटवाकर विद्यालय को स्वच्छ बनाया जाएगा।