आरोही टुडे न्यूज – जिला हरदोई के ग्राम बरवन में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के द्वितीय दिवस में असलापुर धाम से पधारें सुप्रसिद्ध कथावाचक परम पूज्य अनूप ठाकुर जी महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा का एक एक शब्द मूल मंत्र है भागवत कोई साधारण विषय नहीं है भागवत कलियुग में प्राणी को भव सागर से पार करने का सुगम साधन है!
व्यास अनूप ठाकुर ने कथा को सुनाते हुए कि भागवत वहीं अमर कथा है जो भगवान शंकर ने माता पार्वती को सुनाई थीं! जब भूतेश्वर भोलेबाबा से माता पार्वती ने अमर कथा सुनने की प्रार्थना की तों भोलेनाथ ने अमर कथा सुनाई इसी बीच कथा को सुनते सुनते मां पार्वती को निंद्रा आ गई! और वो कथा शुक ने पूरी सुनली कथा बीच में छुट जाना पूर्व जन्मों का प्रभाव होता है!
इसी के साथ साथ अनूप महाराज ने बताया कि श्री शुक द्वारा चुपके से अमर कथा सुन ली गयी भोलेनाथ ने जाना तो शिवजी उसे मारने के लिए दौड़े तोते को शुक को कहीं स्थान नहीं मिला तो वह यौगिक क्रियाओं द्वारा व्यास पत्नी के गर्भ में प्रवेश कर गया! कई वर्षो के बाद व्यास जी ने श्री शुक को बाहर आने के लिए कहा तो अंदर से आवाज आई पिता जी मैं भूतल पर नहीं आऊंगा मुझे माया घेर लेंगी मुझे माया से मुक्त होने का जब तक आश्वासन नहीं मिलेगा तब तक मैं बाहर नहीं आऊंगा! तब भगवान नारायण को स्वयं आकर यह कहना पड़ा कि आप बाहर आओ आप पर हमारी माया का कोई असर नहीं होगा तब वह गर्भ से बाहर आये! यानी की उनको माया बंधन से अलग रहना था पर आज का इंसान यही सोचता है कि मैं दिन रात माया में बंधा रहूं! माया बंधन से मुक्त होना हैं तों श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण करना बहुत जरूरी है! इस मौके पर परिक्षित श्रीपाल पुजारी जी, अनमोल त्रिवेदी, भोला सिंह चौहान, ओमप्रकाश सिंह, रामपाल सिंह, रामरूप सिंह, संजय सिंह, शिवमंगल सिंह, चन्द्रहास सिंह, श्याम सिंह, पंचम सिंह, विनीत सिंह, रामलखन सिंह, आशीष सिंह, नीरू नागर, मंजेश कुमार, विजयपाल, प्रकाश , भन्नू कठेरिया समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त मौजूद रहें!