फर्रुखाबाद, आरोही टुडे न्यूज – प्रदेश सरकार द्वारा संचालित मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं और बालिकाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चलाए जा रहे इस अभियान के फेज 5 के अंतर्गत राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, राजेपुर की मेधावी छात्रा माही सिंह को एक दिन की सांकेतिक पुलिस अधीक्षक (एसपी) बनाया गया। माही सिंह, जो कक्षा 10 की टॉपर हैं, वर्तमान में कक्षा 11 में विज्ञान विषय (भौतिकी, रसायन विज्ञान, और गणित) के साथ अपनी पढ़ाई कर रही हैं।
माही सिंह ने अपनी कक्षा 10 की परीक्षा में शानदार प्रदर्शन करते हुए जिले में 6वीं रैंक हासिल की है, जिससे वह जिला टॉपर छात्राओं में शामिल हुई हैं। माही के पिता, सुधीर सिंह, राजेपुर राठौरी गांव, थाना राजेपुर के निवासी हैं। माही का चयन न केवल उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों के आधार पर किया गया, बल्कि उनकी नेतृत्व क्षमता और आत्मविश्वास को ध्यान में रखते हुए किया गया है। यह कदम बालिकाओं के आत्मबल और जागरूकता को बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
एक दिन के लिए सांकेतिक एसपी के रूप में माही सिंह को पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में पुलिस के कामकाज का अनुभव दिया गया। उन्होंने फर्रुखाबाद जिले के विभिन्न पुलिस कार्यों की जानकारी ली और महिलाओं के प्रति अपराधों से निपटने के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा की। माही ने पुलिस टीम के साथ बैठकें कीं और उनके सामने आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की। पुलिस अधीक्षक बनने के अनुभव से माही को न केवल पुलिस बल की कार्यप्रणाली समझने का मौका मिला, बल्कि उन्हें निर्णय लेने की क्षमता को भी विकसित करने का अवसर प्राप्त हुआ।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाया जा रहा मिशन शक्ति अभियान महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता के लिए समर्पित है। इसका उद्देश्य है महिलाओं के प्रति समाज में जागरूकता फैलाना और उन्हें अपने अधिकारों के प्रति सजग बनाना। माही सिंह को एक दिन की पुलिस अधीक्षक बनाना इस दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है, जिससे लड़कियों में नेतृत्व क्षमता को बढ़ावा दिया जा सके।
इस विशेष अनुभव के बाद माही ने कहा कि वह समाज में बदलाव लाने के लिए प्रेरित हुई हैं और अपनी पढ़ाई के साथ-साथ सामाजिक सेवा में भी योगदान देना चाहती हैं। माही ने अपने भविष्य की योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि वह उच्च शिक्षा प्राप्त कर प्रशासनिक सेवाओं में जाना चाहती हैं, जिससे वह समाज में महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए काम कर सकें।
माही सिंह के इस विशेष दिन ने न केवल उनके जीवन में एक नई प्रेरणा भरी है, बल्कि अन्य बालिकाओं को भी अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित किया है।