फर्रुखाबाद, आरोही टुडे न्यूज, आलोक शुक्ला की रिपोर्ट – विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस 2 दिसंबर के उपलक्ष्य में श्री विश्वनाथ सामाजिक सेवा संस्थान द्वारा संचालित एशियन कंप्यूटर इंस्टीट्यूट छात्रो को निःशुल्क कंप्यूटर प्रशिक्षण प्रदान करेगा। इस संबंध में जानकारी देते हुए संस्थान के निदेशक सुरेन्द्र पाण्डेय ने मीडिया बताया कि इस दिन का उद्देश्य लोगों को कंप्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी के बारे में जागरूक करना एवं उन्हें कंप्यूटर की मूल बातें सिखाना है। जिससे लोग सायबर क्राइम से बच सकें। इसके अन्तर्गत कंप्यूटर के बुनियादी कार्यों को सिखाने के साथ ही कंप्यूटर का उपयोग, विभिन्न प्रकार के सॉफ़्टवेयर और हार्डवेयर का उपयोग एवं इंटरनेट का उपयोग कैसे किया जाता है आदि शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि इस उपलक्ष्य में संस्थान कंप्यूटर साक्षरता पखवाडा आयोजित कर रहा है। जिसमें 1 दिसम्बर से 15 दिसम्बर तक लोगों को कंप्यूटर साक्षरता से जोड़ने के लिए अभियान चलाया जायेगा। उन्होंने ने बताया कंप्यूटर शिक्षा आज रोजगार के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हो रही है। इस अवसर पर सभी वर्ग के छात्रों को सी.सी.सी. के निःशुल्क प्रशिक्षण के साथ साथ राष्ट्रीय उद्यमिता एवं लघु व्यवसाय विकास संस्थान द्वारा उद्यमिता डेवलपमेंट कार्यक्रम का प्रशिक्षण भी प्रदान किया जायेगा। जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वरोजगार से जोड़ना है।
विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस का प्रारम्भ सन 2001 में हुआ था। विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस महिलाओं में कंप्यूटर साक्षरता पर ज़ोर देने के उद्देश्य से मनाया जाता है। देश की आधी आबादी भी कंप्यूटर साक्षर होकर अर्थव्यवस्था व नारी स्वावलम्बन में अपना योगदान दे सके इस दिन का यही उद्देश्य है। भारत में आईटी ज्ञान फैलाने के उद्देश्य से यह पहल शुरू की गयी थी। कोरोना महामारी में कई लोग ऑनलाइन सीखने के एकमात्र विकल्प के साथ गलत रास्ते पर चले गए और डिजिटल कौशल के बिना लोगों को बहुत नुकसान उठाना पड़ा।
यह पहल इस डिजिटल विभाजन के कारण पैदा हुई खाई को भरने की कोशिश करती है। इस दिवस का उद्देश्य छात्रों को उचित कंप्यूटर शिक्षा प्राप्त करने में मदद करना है। इस कंप्यूटर साक्षरता का उद्देश्य पिछड़े क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता का प्रचार प्रसार कर लोगों को जागरूक करना है।
यह एक महत्वपूर्ण अवसर है जो लोगों को कंप्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी के बारे में शिक्षित करने और उन्हें इनकी मूल बातें सिखाने का अवसर प्रदान करता है। यह अवसर लोगों को इन नई तकनीकों का लाभ उठाने और अपने जीवन में सुधार करने में मदद करता है। वार्ता के दौरान पूर्णिमा दीक्षित, शैलेन्द्र मिश्रा, फाल्गुनी भैरवानी, सुपर्ण मिश्रा उपस्थित रहे।