कायमगंज,फर्रुखाबाद,आरोही टुडे संवाददाता
धरा की हरियाली पर्यावरण के लिए आवश्यक, हरे भरे पेड़ पौधों को लकड़ी माफिया धन कमाने के लालच में लगातार आरे चलवा कर उजाड़ रहे हैं। लकड़ी कटान का धंधा पूरे कायमगंज तहसील क्षेत्र में ही नहीं ,अपितु जिले का ऐसा कोई थाना हो, जहां अवैध रूप से लकड़ी का कटान न किया जाता हो। आखिर ऐसा लगातार कैसे हो रहा है,। लकड़ी कोई सुई की तरह पतली और कहीं भी छुपा लेने वाली चीज तो नहीं है ।उसे तो काटकर टुकड़े बनाकर ट्रैक्टर या अन्य वाहनों में लादकर सड़क मार्गों से ही आरा मशीनों तक ले जाया जाता है। इतने बड़े वाहनों में लोड करना और इससे पहले विशालकाय प्रतिबंधित पेड़ों को काटना, काटते समय पेड़ का भारी आवाज के साथ जमीन पर गिरना। यह सब ऐसे काम हैं, जो छुपकर नहीं किए जा सकते, फिर भी न जाने क्यों वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी तथा संबंधित थानों की पुलिस एवं सक्षम प्रशासनिक अधिकारी इस संबंध में कुछ जान क्यों नहीं पाते हैं? इस प्रश्न का उत्तर सीधे कोई देता हुआ नजर नहीं आता। यही कारण है कि जन सामान्य इस अवैध कार्य के पीछे लकड़ी कारोबारियों से मिलने वाले कमीशन को इन अधिकारियों के पास पहुंचने का खुला आरोप लगाते हैं। लेकिन इन वेचारों की पर्यावरण के लिए उपयोगी आवाज सुनने वाला ही कोई नहीं होता है। इसीलिए हरे भरे प्रतिबंधित पेड़ आए दिन आरे चलाकर उजाडे़ रहे हैं। जिसका आज एक ताजा उदाहरण उस समय देखने को मिला । जब ग्रामीणों द्वारा सूचना दिए जाने पर कायमगंज क्षेत्र के वन रेंजर अरुण कुमार अवस्थी ने पिताैरा मार्ग पर आ रहे एक लकड़ी लादे हुए ट्रेक्टर को पकड़ा। पकड़े गए ट्रैक्टर में प्रतिबंधित कभी हरी भरी लहलाती हुई विशालकाय जामुन के पेड़ों की लकड़ी लदी हुई थी ।ट्रैक्टर के साथ पकड़े गए ट्रैक्टर चालक जिसने अपना नाम सत्येंद्र निवासी पितोैरा बताया, काफी पूछे जाने पर उसने बताया कि यह लकड़ी गांव अमिलैया मुकेरी से लकड़ी ठेकेदार निवासी अमिलैया द्वारा कटवा कर कायमगंज की एक फाटक वाली नाम से जानी जाने वाली आरा मशीन पर ले जाई जा रही थी। वन विभाग टीम द्वारा पकड़े गए ,लकड़ी भरे ट्रैक्टर ट्राली को वन विभाग कार्यालय कायमगंज ले जाकर खड़ा कर लिया गया है। इस संबंध में वन रेंजर कायमगंज श्री अवस्थी का कहना है कि बे अवैध कटान करने वालों का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं।
संवाददाता अभिषेक गुप्ता की रिपोर्ट