जिला हरदोई के भौहापुर मढ़ी ग्राम नस्योली डामर में चल रही संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के चतुर्थ दिवस में असलापुर धाम से पधारें सुप्रसिद्ध कथावाचक परम पूज्य अनूप ठाकुर जी महाराज ने कहा कि कलयुग में हरिनाम के बिना व्यक्ति का कल्याण होने वाला नहीं है। कलियुग में प्रभु का नाम ही आधार है! भगवान कभी भी हमें कष्ट नहीं देते। भगवान तो व्यक्ति के परम मित्र हैं और जो कष्ट हमारे जीवन में आते हैं वे हमारे पूर्व जन्मों के कर्मों के कारण मिलते हैं। अगर हम भगवान की भक्ति में लग जाते हैं तब हमारे पूर्व जन्मों के पाप भी नष्ट हो जाते हैं। भगवान श्रीकृष्ण गीता में अर्जुन को कह रहे हैं कि हे अर्जुन अगर सर्वधर्म को छोड़कर जो व्यक्ति हरि शरणागत हो जाता है तो उसे कभी कोई हानि नहीं होती।
व्यास अनूप ठाकुर ने श्रीकृष्ण जन्म की कथा सुनाते हुए कहा जब जब भूतल पर पापाचार अत्याचार बढ़ता है तब तब भगवान अवतार लेकर निशाचरों को मारकर धर्म की स्थापना करते हैं!
जब जब होई धरम की हानि, बाढ़हिं असुर अधम अभिमानी,
तब-तब प्रभु धरि विविध सरीरा, हरहिं कृपानिधि सज्जन पीरा,
अनूप महाराज ने कहा कि कंस के अत्याचार से पृथ्वी माता देवगण भयभीत होकर भगवान की शरण में पहुंचे तो प्रभु ने आकाशवाणी कर आश्वासन दिया मैं शीघ्र आ रहा हूं कहने पर श्री कृष्ण ने जेल में जन्म लिया देवकी के कहने पर बासुदेव ने बालक को टोकरी में रखकर गोकुल पहुंचाया। भाद्र महीना, अष्टमी की तिथि रात्रि जन्म लेकर भगवान ने मनुष्य को संदेश दिया कि परिस्थितियां कैसी भी हो मनुष्य को उसका मुकाबला करना चाहिये उन्होंने कहा कि प्रत्येक मनुष्य के भीतर एक दिव्य शक्ति होती है। जो गुरु कृपा से प्राप्त होती हैं! कथा श्रवणार्थ परिक्षित सत्येंद्र सिंह सप्तनीक, बाबा चन्दमादास, गंगाराम द्विवेदी, अनिल सिंह, अजयपाल सिंह, सत्यभान सिंह, साधना सिंह, महक सिंह असलापुर, अतुल सिंह चौहान,धीरू सिंह मास्टर समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहें!