फर्रुखाबाद ,आरोही टुडे न्यूज़
जिले में हर माह की 15 तारीख को निक्षय दिवस का आयोजन किया जाएगा । इसी को लेकर जिला क्षय रोग विभाग में जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ रंजन गौतम ने बुधवार को बैठक कर निक्षय दिवस पर अधिक से अधिक लोगों की टीबी जांच कराए जाने को लेकर रणनीति बनाई ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉअवनीन्द्र कुमार ने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य क्षय रोग के बारे में लोगों को जागरूक करना है जिससे जल्द से जल्द इस रोग से मुक्ति पाई जा सके, और क्षय रोगियों की पहचान कर उनका समय से उपचार किया जा सके।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि पल्मोनरी टीबी एक संक्रामक रोग है और पहचान में देरी होने से उपचार शुरू होने तक रोगी अपने संपर्क में आने वाले कई लोगों को संक्रमण दे चुका होता है। टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य हासिल करने के लिए हमें इस संक्रमण का चक्र तोड़ना होगा।
डीटीओ ने बताया कि सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के सीएचओ को निक्षय पोर्टल आईडी दे दी गई है lअब सीएचओ के प्रयास से जो क्षय रोगी खोजे जाएंगे, निक्षय पोर्टल पर उनका नोटिफिकेशन वह स्वयं अपनी आईडी से करेंगे। उन्होंने बताया कि आशा एएनएम लक्षणों के आधार पर संभावित क्षय रोगियों को चिन्हित कर रही हैं और निक्षय दिवस पर जांच के लिए नजदीकी चिकित्सा इकाई या एचडब्लूसी पर उनका पहुंचना भी सुनिश्चित करेंगी। निक्षय दिवस पर टीबी जांच के लिए खुले में स्पुटम (बलगम) कलेक्शन कॉर्नर बनाए जाएंगे। शुगर और एचआईवी जांच भी की जाएगी।
डीटीओ ने बताया कि निक्षय दिवस के मौके पर आमजन को क्षय रोग के लक्षणों की जानकारी देने के साथ ही क्षय उन्मूलन कार्यक्रम की विस्तार से जानकारी दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि क्षय रोग की जांच और उपचार पूरी तरह निशुल्क है। इसके अलावा उपचार जारी रहने तक सरकार की ओर से हर रोगी के बैंक खाते में प्रतिमाह पांच सौ रुपए का भुगतान निक्षय योजना से किया जाता है। भले क्षय रोगी का उपचार किसी निजी चिकित्सालय से चल रहा हो। यह पैसा क्षय रोगी को बेहतर पोषण के लिए दिया जाता है। इसके लिए नोटिफिकेशन जरूरी है। नोटिफिकेशन के लिए अपना आधार कार्ड बैंक खाते की जानकारी देनी होती है।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक सौरभ तिवारी ने बताया कि ज़िले में इस समय 1940 क्षय रोगी हैं जिनका इलाज चल रहा है l साथ ही बताया कि इस वित्तीय वर्ष में अभी तक 3782 क्षय रोगियों को 77लाख34 हज़ार रुपए का भुगतान निक्षय पोषण योजना के तहत् किया जा चुका है ।
इस दौरान टीबी एचआईवी जिला समन्वयक अमित कुमार, सूरज भारतीय आदि लोग मौजूद रहे ।