फर्रुखाबाद,आरोही टुडे न्यूज़
अभिषेक तिवारी की रिपोर्ट
माँ भागीरथी के पावन तट पर जगद् गुरु शंकराचार्य स्वामी ज्ञानानंद, सन्त शिरोमणि बालक दास जी महाराज, जनपद के चारों विधायकों तथा जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह समेत पूरे प्रशासनिक अमले की मौजूदगी में मिनी कुम्भ के नाम से विख्यात मेला रामनगरिया का श्रीगणेश शुक्रवार शाम हो गया। जय गंगा मैया के उद्घोषों से वातावरण गुंजायमान हो गया।
शुक्रवार को जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी ज्ञानानन्द तीर्थ की माँ भागीरथी के तट पर मौजूदगी ने जैसे पाञ्चालनगर में अध्यात्म का रंग घोल दिया था। सबेरे से ही जिलाधिकारी, माननीय एवं सम्भ्रान्त नागरिक बच्चा बाबा का आशीष लेने के लिए पहुंच रहे थे। धीरे-धीरे दिन गुजरता रहा और उद्घाटन का पल नजदीक आता रहा। शीतलहर के बावजूद माँ भागीरथी के तट पर अध्यात्म की गर्मी थी। सन्तों की मौजूदगी माहौल को प्रभुमय मना रही थी। शाम को सदर विधायक मेजर सुनीलदत्त द्विवेदी, भोजपुर विधायक नागेन्द्र सिंह राठौर, अमृतपुर विधायक सुशील शाक्य, कायमगंज विधायक डॉ.सुरभि गंगवार, डॉ.रजनी सरीन माघ मेले के उद्घाटन के लिए पहुंच गये।
गंगा तट पर हवन-पूजन शुरू हुआ। हवन कुण्ड की पवित्र अग्नि में मंत्रोच्चार के बीच आहुतियां डाली गयीं। जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी एम.अरुन्मोली, अपर जिलाधिकारी सुभाष प्रजापति, अपर पुलिस अधीक्षक अजय प्रताप सिंह, नगर मजिस्ट्रेट दीपाली भार्गव, तहसीलदार आदि प्रशासनिक अधिकारी सुबह से ही मेला परिसर में डेरा डालकर व्यवस्थाएं चाक-चौबंद कर रहे थे। धीरे-धीरे मेला उद्घाटन का समय नजदीक आया तो जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी ज्ञानानन्द तीर्थ, बालक दास जी महाराज तट पर पहुंच गये। सन्तों और चारों विधायकों ने महा गंगा आरती की।बनारस से आये आचार्यों ने गंगा आरती कराई। गंगा तट को 25 हजार दीपों से सजाया गया था। अंधेरा हुआ तो जिले के चारों विधायक नाव पर सवार हो गए और बीच गंगा में जाकर दीपदान किया। इसी के साथ माघ मेला का श्रीगणेश हो गया। दीपों से झिलमिलाता माँ गंगा के तट की विलक्षण शोभा देखते ही बन रही थी। महाआरती के समय सन्तों की मौजूदगी में ऐसा लग रहा था जैसे स्वर्ग से सारे देवता इस अप्रतिम, विलक्षण दृश्य को देखने के लिए मौजूद हों।
नाव चालक ने जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह, सीडीओ एम.अरुन्मोली को प्रतीक चिह्न प्रदान किया। केवट ने कहा हर वर्ष दीपदान के लिए उसी की नाव का प्रयोग होता है। मेले में सुरक्षा की अभूतपूर्व व्यवस्था रही। जिलाधिकारी की टीम ने मेले की व्यवस्था को सुदृढ़ और व्यवस्थित करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी थी। अन्य सदस्य सन्तों की अगुवाई और उनके ठहरने की व्यवस्था में लगे रहे।
संवाददाता अभिषेक गुप्ता की रिपोर्ट