फर्रुखाबाद, आरोही टुडे न्यूज़
मिस फर्रुखाबाद आइडल मानसी ठाकुर ने बसंत पंचमी पर्व की विशेषता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कि माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को देवी सरस्वती का अवतरण हुआ था। इसलिए इस दिन ज्ञान की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। इस दिन को सरस्वती और लक्ष्मी देवी का जन्म दिवस भी माना जाता है। इस पंचमी को वसंत पंचमी कहा जाता है क्योंकि वसंत पंचमी के दिन से ही वसंत ऋतु का आगमन होता है, जो सभी ऋतुओं का राजा होता है। इस दिन स्त्रियाँ पीले वस्त्र धारण कर पूजा-अर्चना करती हैं। पूरे साल को जिन छः मौसमों में बाँटा गया है, उनमें वसंत लोगों का मनचाहा मौसम है।
जब फूलों पर बहार आ जाती है, खेतों में सरसों का सोना चमकने लगता है, जौ और गेहूँ की बालियाँ खिलने लगती हैं, आमों के पेड़ों पर बौर आ जाती है और हर तरफ तितलियाँ मँडराने लगती हैं, तब वसंत पंचमी का त्योहार आता है। इस बार वसंत पंचमी के त्योहार को दुगने हर्षोल्लास से मनाया जायेगा क्योंकि इस दिन गणतंत्र दिवस का पर्व भी है।
फर्रुखाबाद नगर में वसंत के त्योहार पर पतंगबाजी का शौक सदियों पुराना है और इसमें बड़े बूढ़े और बच्चे सभी भाग लेते है और आसमान में विभिन्न रंग बिरंगी पतंगों को उड़ाकर पेंच लड़ाते हैं। लेकिन यह दुखद है कि पतंगबाजी के इस शौक को पूरा करने में लोग चाइनीज मांझे का प्रयोग कर रहे हैं जो कि बहुत ही खतरनाक होता है। इससे बेजुबान पक्षियों सहित मनुष्यों को भी खतरा है। प्रशासन को इस प्रतिबंधित धागे की बिक्री पर रोक लगानी चाहिए और लोगों को भी इसके प्रयोग से बचना चाहिए। बसंत पंचमी को पूरे परिवार और दोस्तों के साथ खुशी से मनाएं। युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि हम सभी संकल्प लें कि कभी भी इस प्रतिबंधित चाइनीज धागे का प्रयोग नहीं करेंगे और दूसरों को भी रोकने का प्रयास करेंगे।
वाईजेकेवीएस क्लब अध्यक्ष संजीव बाथम, शिवम दीक्षित, अनुराग कनौजिया, उज्ज्वल शाक्य, गौरव कश्यप, मिस फर्रुखाबाद आइडल फर्स्ट रनर अप रागिनी शर्मा, मिस्टर फर्रुखाबाद आइडल मयंक दीक्षित, मिस्टर फर्रुखाबाद फर्स्ट रनर अप विशाल गुप्ता, सेकंड रनर अप मनीष वर्मा आदि रहे।
