लखनऊ:--स्वामी प्रसाद मौर्य ने लिखा कि धर्म की दुहाई देकर आदिवासियों, दलितों-पिछड़ों व महिलाओं को अपमानित किए जाने की साजिश का विरोध करता रहूंगा, जिस तरह कुत्तों के भौंकने से हाथी अपनी चाल नहीं बदलता उसी प्रकार इनको सम्मान दिलाने तक मैं भी अपनी बात नहीं बदलूंगा,सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर टिप्पणी करने के बाद रविवार को फिर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि धर्म की दुहाई देकर आदिवासियों, दलितों-पिछड़ों व महिलाओं को अपमानित किए जाने की साजिश का विरोध करता रहूंगा, जिस तरह कुत्तों के भौंकने से हाथी अपनी चाल नहीं बदलता उसी प्रकार इनको सम्मान दिलाने तक मैं भी अपनी बात नहीं बदलूंगा। मालूम हो कि शनिवार को भी स्वामी प्रसाद मौर्य ने माफी मांगने से इनकार करते हुए कहा कि दलितों, पिछड़ों के हक के लिए निरंतर संघर्ष करते रहेंगे।
