फर्रुखाबाद, आरोही टुडे न्यूज़
राजेपुर ब्लाक परिसर के पीछे पिछले वर्ष मनरेगा से ₹2 लाख97 हजार की लागत से पंचवटी विकास सिस्टर की गई थी जो अब सूख गई है प्रधान और अधिकारी की अनदेखी के चलते पंचवटी में लगे पौधे मर चुके हैं यही हाल क्षेत्र के गांव के लिए जय पौधारोपण का भी पर्यावरण संरक्षण के लिए सरकार हर साल करोड़ों रुपए खर्च करती है देखरेख ना होने के कारण पौधे सूख जाते हैं अधिकारियों के सामने प्रधान और सचिव फोटो खिंचवाने के साथ पौधे तैयार करने की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं इसके बाद पौधे की सेवा करना तो दूर उनकी और देखना भी मुनासिब भी नहीं है ।
दरअसल 4 जुलाई 2021 को मनरेगा के तहत 2लाख 97हजार रुपए की लागत से पंचवटी के साथ अन्य पौधे लगाए गए थे जिले के नोडल अधिकारी आराधना शुक्ला भी पंचवटी के पौधे लगाए थे देखरेख की जिम्मेदारी सचिव और प्रधान को दी गई थी अनदेखी के चलते पंचवटी के साथ अन्य पौधे भी सूख गए खंड विकास अधिकारी कौशल गुप्ता देखने तक नहीं गए पंचवटी में लगे पौधे पंचवटी में लगे पौधे का नामोनिशान खत्म हो गया है केवल झाड़ियों और गंदगी का अंबार लगा हुआ।
अभिषेक तिवारी की रिपोर्ट