फर्रुखाबाद, आरोही टुडे न्यूज़
सवर्ण आरक्षण की मांग उठाने वाले थे पहले व्यक्ति,1993 में शुरू किया था अभियान ।
करणी सेना संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी के निधन से करणी सैनिकों में शोक की लहर दौड़ गई। करणी सेना फर्रुखाबाद के जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में शोकसभा का आयोजन किया गया। करणी सैनिकों ने मौन धारण कर व पुष्पांजलि अर्पित कर संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी को याद किया।उनके पद चिन्हों पर चलकर इतिहास संरक्षण की शपथ ली गई।
शहर के कादरी गेट स्थित जिला कार्यालय पर बुधवार दोपहर श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना ने शोकसभा का आयोजन किया।
करणी सेना जिला अध्यक्ष मंथन ठाकुर ने बताया की संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी पिछले करीब 6 महीने से बीमार थे और बीते सोमवार रात उनका जयपुर स्थित अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। लोकेंद्र सिंह कालवी का निधन सिर्फ क्षत्रिय समाज के लिए नहीं अपितु पूरे भारतवर्ष के लिए एक अभूतपूर्व हानि है। उनके निधन पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व केंद्रीय जल शक्ति मंत्री व कई मुख्यमंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री ने भी संवेदना व्यक्त की है।
करणी सेना जिला संयोजक प्रदीप सिंह ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि जो सवर्ण आरक्षण आज जमीनी स्तर पर दिखता है। उसकी सबसे पहले मांग सन 1993 में लोकेंद्र सिंह कालवी ने ही की थी।
उन्होंने 2006 में करणी सेना की स्थापना कर क्षत्रिय युवाओं को एक नई दिशा प्रदान की। उन्ही की बदौलत आज पूरे भारत में अगर कहीं समाज को जरूरत पड़ती है तो करणी सेना मुखर नजर आती है। चाहे 2008 में जोधा अकबर फिल्म रही हो चाहे 2017 में पद्मावत फिल्म रही हो कही भी अगर इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई। तो उनके नेतृत्व में करणी सेना ने हमेशा इन कार्यों को रोका। आज हमारे संस्थापक हमारे बीच नहीं है। उनके जो विचार है वह हम सभी के दिलों में हमेशा जीवित रहेंगे।
शोक सभा में विश्व क्षत्रीय परिषद के जिला अध्यक्ष विक्की ठाकुर, आशीष सिंह तोमर, अतुल चौहान,सूरज चंदेल, शिव प्रताप सिंह, चन्दन गहरवार, प्रांजल ठाकुर,शिवांक सिंह, विपिन सिंह,शिवम् सिंह,आदि लोगो ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।