फर्रुखाबाद, आरोही टुडे न्यूज़
अभिषेक तिवारी की रिपोर्ट
थाना राजेपुर के पेट्रोल पंप के निकट एक गोवंश दोपहर लगभग 3:00 बजे से सड़क के किनारे तड़पता हुआ पड़ा रहा परंतु गोवंश को देखने के लिए एवं उसकी इलाज के लिए कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। हैरत की बात तो यह है कि राजेपुर मुख्य मार्ग पर मुख्य मार्ग पर गोवंश तड़पता रहा और जिम्मेदार लोग मौके से गुजरते रहे परंतु किसी ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। मौके से गुजर रहे इटावा के एक संभ्रांत व्यक्ति द्वारा जब गोवंश को कुत्तों द्वारा नाचते हुए देखा गया तो उन्होंने मौके पर अपने वाहन को रोक कर डायल 112 को सूचित किया। लगभग 4:15 पर डायल 112 को सूचित किया गया इसके बाद पुलिसकर्मियों द्वारा गोवंश को ढक दिया गया। वहीं मौके पर जब लोगों द्वारा खंड विकास अधिकारी राजेपुर कौशल गुप्ता को बार बार फोन लगाया परंतु उन्होंने फोन कॉल का कोई भी जवाब नहीं दिया। इसके बाद उप जिलाधिकारी अमृतपुर गौरव शुक्ला को सूचना दी गई। सूचना के बाद लगभग 5:30 बजे तहसीलदार अमृतपुर संतोष कुशवाहा मौके पर पहुंचे और उप जिलाधिकारी को मौके की स्थिति से अवगत कराया। खंड विकास अधिकारी से लगातार संपर्क किया जाता रहा परंतु उनकी तरफ से कोई भी जवाब नहीं मिला। तहसीलदार अमृतपुर संतोष कुशवाहा लगातार मौके पर बने रहे। इसके बाद उप जिलाधिकारी अमृतपुर गौरव शुक्ला भी मौके पर आए और उन्होंने लोगों की मदद से स्वयं गोवंश को उठाया। उप जिलाधिकारी अमृतपुर में स्वयं एडीओ पंचायत अजीत पाठक को फोन किया और लगभग 6:30 बजे एडीओ पंचायत मौके पर पहुंचे। अमृतपुर चिकित्सालय में किसी पशु चिकित्सक के ना होने की वजह से काफी देर तक गोवंश का इलाज नहीं हो सका। 6:30 बजे के बाद सराह क्षेत्र से पशु चिकित्सक हरवंश मौके पर आए और उन्होंने गोवंश का इलाज किया। इस दौरान तहसीलदार अमृतपुर एवं उपजिलाधिकारी अमृतपुर लगातार मौके पर डटे रहे। एडीओ पंचायत ने गोवंश को सुरक्षित खंडोली गौशाला भिजवाने के लिए वाहन का इंतजाम कराया। डॉ हरिवंश ने बताया की राजेपुर, अमृतपुर एवं अमैयापुर पशु चिकित्सा केंद्र पशु चिकित्सक की नियुक्ति ना होने के कारण बहुत समस्याएं होती हैं।