राजेपुर, फर्रुखाबाद, आरोही टुडे न्यूज, अभिषेक तिवारी की रिपोर्ट-
सरकार द्वारा लाखों रुपए ग्राम प्रधानों को स्वच्छता मिशन के अंतर्गत दिया जाता है लेकिन हकीकत क्या है इसे कोई अधिकारी नहीं परखता है। सड़क तालाब में तब्दील है।सड़क पर तालाब का पानी बह रहा है। ग्रामीणों का कहना है अगर समय रहते प्रधान ने तालाब का सुंदरीकरण करा दिया होता तो यह समस्या उत्पन्न नहीं होती।स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत भले ही केंद्र सरकार व राज्य सरकारों ने स्वच्छता के नाम पर कुबेर का खजाना भले ही खोल दिया हो लेकिन ओछी मानसिकता के चलते गांव का मुखिया पार्टी बंदी को लेकर गांव के उस क्षेत्र में विकास कार्य नहीं करवा रहा,जहां उसको वोट न मिलने की उम्मीद है।आए दिन जिला स्तर से लेकर खंड विकास स्तर तक सरकार द्वारा गोष्ठियों को संचालित कर सरकार द्वारा चलाए जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में ग्रामीणों को अवगत कराने के साथ पंचायत सचिव एवं ग्राम प्रधानों को सख्त निर्देश है कि विकास कार्य की खुली बैठक कर प्राथमिकता के आधार पर विकास कार्य करवाए, स्वच्छता के नाम पर सांसद,विधायक सहित अन्य उच्च अधिकारी सहित ग्राम प्रधान हाथ में झाड़ू पकड़ कर फोटो तो खिंचवा लेते हैं लेकिन धरातल पर उसको अमल में लाने का कोई प्रयास नहीं किया जाता हैं।बांनगी के तौर पर विकासखंड राजेपुर के कस्बा राजेपुर राठौरी में ग्राम प्रधान ने भले ही अपने चहेतो के घरों से लेकर गली तक आंगन में भी इंटरलॉकिंग कार्य तक करवा दिया हो, लेकिन पार्टी बंदी के चलते कस्बा राजेपुर बाजार से अलीगढ़ को जाने वाली गली दशकों से विकास के नाम पर उपेक्षा का शिकार है।जिससे कि तालाब में इतना जल भराव हो जाता है कि ग्रामीणों का आवागमन में असुविधा के साथ मच्छर जनित रोगों के पनपने से हर समय ग्रामीण भयभीत रहते हैं।इसके लिए ग्रामीणों ने गांव के मुखिया से कई बार संपर्क किया परंतु जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते इस समस्या का निस्तारण नहीं हो पा रहा है,जिससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश व्याप्त है। जमकर स्वच्छ भारत मिशन की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।लेकिन कोई भी अधिकारी संज्ञान नहीं ले रहा है। सड़क तालाब में तब्दील हो गई है।चारों ओर संक्रामक रोगों की भरमार है,लेकिन उसके बावजूद भी कोई भी अधिकारी ग्रामीणों की सुनने को तैयार नहीं है।