फर्रुखाबाद, आरोही टुडे संवाददाता
अभिषेक तिवारी की रिपोर्ट
जनपद स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी का आयोजन मुख्य अतिथि मा० सांसद, श्री मुकेश राजपूत जी के करकमलों द्वारा फीता काटकर किया गया। जिसकी अध्यक्षता श्री संजय कुमार सिंह, जिलाधिकारी महोदय द्वारा की गई। गोष्ठी में श्रीमती एम० अरून्मोली, मुख्य विकास अधिकारी, श्री अनिल कुमार यादव, उप कृषि निदेशक, श्री बी०के०सिंह जिला कृषि अधिकारी, श्री सतीश कुमार, उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी, श्री उपेन्द्र नाथ खरवार, भूमि संरक्षण अधिकारी, श्री श्रीप्रकाश उपाध्याय, सहायक निबन्धक सहायक समितियां, श्री बी0के0 शर्मा, वरिष्ठ वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र, श्री दिलीप कुमार वर्मा, मण्डी सचिव, श्री डी०एन० पाल, जिला अग्रणी बैंक प्रबन्धक, श्री अनुपम दत्ता, जिला विकास प्रबन्धक (नाबार्ड), श्री दुर्णकुमार, अधिशाषी अभियन्ता, सिंचाई, श्री सुरेन्द्र कुमार, अधिशाषी अभियन्ता विद्युत, श्री शशांक कुमार, अधिशाषी अभियन्ता, नलकूप एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के अन्य वैज्ञानिकों के साथ अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे। जिलाधिकारी महोदय द्वारा कृषि विभाग से संचालित समस्त योजनाओं की जानकारी कृषकों को दी गई। जिलाधिकारी महोदय द्वारा कृषकों को अवगत कराया गया कि पी०एम०किसान योजनान्तर्गत जनपद में 215831 यूनिक आई0डी0 के कृषक हैं जिसमें से 200982 का भूलेख अंकन कर दिया गया है। पी0एम0किसान योजनान्तर्गत प्रदेश में नपद की 6वीं रैक है। साथ ही जिलाधिकारी महोदय द्वारा कृषकों को फसल अवशेष / पराली न जलाये जाने हेतु सुझाव दिया गया ।
उप कृषि निदेशक द्वारा विभाग में संचालित आत्मा योजना, पी०एम०कुसुम (सोलर पम्प), राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, परम्परागत कृषि विकास तथा नेशनल मिशन ऑन नेचुरल फार्मिंग के विषय में विस्तृत रूप से बताया गया। उप कृषि निदेशक द्वारा अवगत कराया गया कि कृषि यंत्रीकरण योजनान्तर्गत कृषकों को 40 से 50 प्रतिशत अनुदान पर कृषि यंत्र तथा राजकीय बीज गोदाम पर रबी सत्र के समस्त बीज भी अनुदान पर उपलब्ध हैं। रबी सत्र में सभी फसलों हेतु 95426 हे० आच्छादन किया जाना प्रस्तावित है। मुख्य विकास अधिकारी महोदया द्वारा कृषक उत्पादक संगठन बनाये जाने पर कृषकों से अपील की तथा इससे जुड़ने के लिये भी प्रेरित किया गया । आवारा गौवंशों को लम्पी बीमारी के कारण पकड़ा नही जा रहा था जिस पर शासन द्वारा अब रोक हटा दी गई है अतः इस प्रकार के पशु जहां भी दिखाई दें पशुचिकित्साधिकारी एवं खण्ड विकास अधिकारी से सम्पर्क कर उन्ह गौशालाओं में रखवाने हेतु मदद करें साथ ही साथ पशु पालकों से अपील की गई कि अपने पशुओं को छुट्टा न छोड़ें।
मा० सांसद जी द्वारा कृषकों को सम्बोधित करते हुये प्राकृतिक खेती अपनाने पर जोर दिया गया तथा कृषकों को मोटा अनाज जैसे बाजरा, मक्का, जौ तथा तिलहनी एवं दलहनी फसलों का उत्पादन करने हेतु भी सुझाव दिया गया। मा० सांसद जी द्वारा कृषकों से कम से कम रासायनिक खादों, खरपतवारनाशी एवं कीटनाशी का प्रयोग करने का सुझाव दिया इसके स्थान पर जैविक, वर्मी, गाय का गोबर एवं मूत्र का प्रयोग करने की सलाह दी गई। अधिशाषी अभियन्ता विद्युत द्वारा गोष्ठी में आये कृषकों के माध्यम से बताया गया कि इस समय विभाग द्वारा बकाया बिलों पर 50 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की जा रही परन्तु इसका लाभ / छूट उन्ही कृषकों को प्राप्त होगी जिनके विद्युत मीटर लगे होगें अतः समस्त कृषक भाई छूट का फायदा उठाने हेतु मीटर अवश्य लगवायें और अधिक जानकारी हेतु विद्युत विभाग के कार्यालय में सम्पर्क स्थापित कर सकते हैं।