समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ट्वीट कर जैन मुनि सुज्ञेयसागर (Jain Saint Sugyeyasagar) के निधन पर शोक व्यक्ति किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सपा चीफ ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जैन तीर्थों की शुचिता की रक्षा करना हम सबका दायित्व है। भाजपा सरकार की हृदयहीनता से समस्त विश्व में भारत की पंथ निरपेक्ष छवि खंडित हुई है।
“अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि शाश्वत जैन तीर्थ श्री सम्मेद शिखर जी को पर्यटन स्थल बनाए जाने के विरोध में जैन मुनि सुज्ञेयसागर जी ने प्राण त्याग दिए। भावपूर्ण श्रद्धांजलि! जैन तीर्थों की शुचिता की रक्षा करना हम सबका दायित्व है। भाजपा सरकार की हृदयहीनता से समस्त विश्व में भारत की पंथ निरपेक्ष छवि खंडित हुई है।”
ये है पूरा मामला
दरअसल, झारखंड सरकार द्वारा श्री सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल घोषित किए जाने के बाद से पूरे भारत में जैन लोग विरोध कर रहे हैं। झारखंड के गिरिडीह जिले में स्थित श्री सम्मेद शिखरजी को पार्श्वनाथ पर्वत भी कहा जाता है। जैन धार्मिक मान्यता के अनुसार यहां 24 में से 20 जैन तीर्थंकरों और भिक्षुओं ने मोक्ष प्राप्त किया।
झारखंड सरकार ने इस जगह को इको-स्पॉट घोषित कर इसे पिकनिक स्पॉट में बदल दिया है। इससे श्रद्धालुओं को भविष्य में परेशानी का सामना करना पड़ेगा। कर्नाटक, झारखंड और मध्य प्रदेश के जैन विभिन्न स्थानों पर मौन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हाल ही में, उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी और सहारनपुर के सांसद हाजी फजलुर रहमान ने संसद में इस मुद्दे को उठाया।
लोकसभा को संबोधित करते हुए सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि झारखंड सरकार के फैसले का सीधा असर सम्मेद शिखर की पवित्रता पर पड़ा है। जैन लोग चाहते हैं कि इस आदेश को रद्द किया जाए।