फर्रुखाबाद, आरोही टुडे न्यूज
2 अक्टूबर को हर वर्ष राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती मनाई जाती है. इस बार देश बापू की 154वीं जयंती मना रहा है ,वह अपने अंतिम जन्मदिन पर राजधानी के तीस जनवरी मार्ग पर बिड़ला हाउस में थे। उन्होंने उस दिन उपवास, प्रार्थना और अपने चरखे पर अधिक समय बिताकर जन्मदिन मनाया। दरअसल गांधी जी के लिए जन्मदिन सामान्य दिनों की तरह होता था, वह उस दिन भी अपने काम में लगे रहते थे। 1931 में जब वह लंदन में थे, तब उधर बसे भारतीयों ने उनका जन्मदिन मनाया था। उस दिन, गांधी सोसायटी और इंडियन कांग्रेस लीग ने उन्हें चरखा गिफ्ट में दिया था। इससे पहले 2 अक्टूबर, 1917 को एनी बेसेंट ने बंबई के गोखले हॉल में बापू की तस्वीर का अनावरण किया था। साल 1922, 1923, 1932, 1942 और 1943 में अपने जन्मदिन पर वह जेल में थे। उन्होंने 1942 में जन्मदिन पर आइसक्रीम खाई थी, जेल अधीक्षक ने उन्हें फूलहार भेजे थे। बापू 1924 में जन्मदिन पर उपवास पर थे!
भारतीय जनता पार्टी नगर पश्चिम के कार्यकर्ताओं ने टाऊन हॉल स्थित गांधी जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि कर रघुपति राघव राजा राम भजन का गायन किया। उत्तर प्रदेश सरकार में दिव्यांग बोर्ड के सदस्य अभिषेक त्रिवेदी ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब रूस-यूक्रेन जंग के संबंध में दो टूक कहते हैं कि ‘यह युग युद्ध का नहीं है’ तो उनके इस कथन में महात्मा गांधी का दृष्टिकोण ही झलकता है. ‘अहिंसा परमो धर्म:’ को आत्मसात कर अपने जीवन काल में इस विचार की ताकत बापू ने दुनिया को महसूस भी कराई और अहिंसक सत्याग्रहों के माध्यम से स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान देकर देश और दुनिया के मन में हमेशा के लिए रच बस गए.कार्यक्रम में जिला महामंत्री हिमांशु गुप्ता, जिला महामंत्री डीएस राठौर, फर्रुखाबाद पश्चिम मंडल अध्यक्ष विकास पाण्डेय,अजीत पाण्डेय,बिल्लू सक्सेना,भैयालाल शाक्य,सोनू श्रीवास्तव,अभिषेक वाजपेयी, चिक्कू ठाकुर,आदर्श मिश्रा, मृत्युंजय पाठक पूर्व सभासद पुरुषोत्तम वर्मा सभासद विश्वनाथ राजपूत श्री जितेंद्र मिश्र आदि रहे।