चकरनगर/इटावा,आरोही टुडे न्यूज. “सावधानी हटी दुर्घटना घटी” को चरितार्थ करता हुआ जिला प्रशासन व तहसील प्रशासन के द्वारा सभी गुजरने वाले जनमानस और उनके वाहनों की सुरक्षा हेतु बार-बार अपील की जा रही है कि इस पुलिया पर बहुत खतरनाक व्यवस्थाएं हैं फिलहाल यहां से होकर तब तक न गुजरा जाए जब तक इसे चुस्त-दुरुस्त न कर दिया जाए। इसकी देखभाल और मरम्मत की व्यवस्था प्रशासन बहुत शीघ्रता से कराना चाहता है लेकिन वहां की गीली सतह इस कार्य को रोकने में अपना अपनी अहम भूमिका निभा रही है
बताते चलें कि चकरनगर-हनुमंतपुरा-(सिंडौस) रोड के बीच चंबल पुल से नजदीक बनी ढ़करा की पुलिया जो बाढ़ ग्रस्त हो गई थी जिसके ऊपर से पानी गुजर रहा था पुलिया बैठ गई, कई जगह बेहद गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गई है, लेकिन कुछ आने जाने वाले राहगीर वाहन चालक अपनी हिम्मत और साहस का मूर्खतापूर्ण परिचय देते हुए प्रशासन के आदेश को दरकिनार कर निकलने का भरसक प्रयास करते हैं,जबकि इस पुलिया से गुजरते वक्त कभी भी कोई भी कितना भी बड़ा हादसा हो सकता है जिसके लिए प्रशासन जिम्मेदार ठहराया जाएगा। इस व्यवस्था को मद्देनजर रखते हुए उप जिलाधिकारी चकरनगर व पुलिस क्षेत्राधिकारी चकरनगर जहां एक तरफ व्यवस्था पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं तो वहीं पर एसपी ग्रामीण सत्यपाल सिंह भी इस सड़क के साथ पुलिया पर पूरा संज्ञान लिए हुए हैं। एसपीआरए महोदय ने फोन करके हमारे संवाददाता को बताया कि लोगों को मीडिया की तरफ से भी जन जागरूक किया जाए हमारे प्रशासनिक अधिकारी कर्मचारी तो सभी लगे हुए हैं मीडिया भी इसमें हाथ बटाए और लोगों को बताएं कि इस पुलिया के कार्य में तेजी लाई जाएगी जैसे ही यहां पर सुविधाजनक व्यवस्था हो जाती है,अभी गीली मिट्टी और अव्यवस्था के कारण वहां पर निर्माण नहीं कराया जा सकता और यदि किया गया तो वह सब बेकार जाएगा इससे वही गिनती शुरू होगी इसके लिए इंजीनियरों ने सलाह दी है कि जब तक मिटटी सूख नहीं तब तक वहां पर मजबूती से कार्य नहीं किया जा सकता। इसके लिए सभी के सहयोग की आवश्यकता है धैर्य बनाए रखें और दुर्घटना को टालने के लिए भी एहतियातन सावधानी जरूर बरतें। इसलिए सभी जागरूक और संबंधित वाहन चालकों से अनुरोध किया गया है किसी भी स्थिति में इस पुलिया से तब तक न गुजरे (परिवहन न करें)जब तक यह पुलिया सार्वजनिक तौर से खोल न दी जाए।