राष्ट्रीय महामंडलेश्वर सोमेश्वर दास महाराज का दर्शन अलौकिक दर्शन भक्तों को मिला
अयोध्या में रात्रि के तीसरे पहर दो बजकर नौ मिनट से 14 कोसी परिक्रमा शुरू हुई तो सड़कों पर आस्था और विश्वास का सैलाब नजर आया। लाखों की संख्या में पहुंचे भक्तों ने सोमवार शाम से ही डेरा जमा लिया था। सुबह तीन बजे सड़कों पर मेला जैसा नजारा दिखा। जिला प्रशासन का दावा है कि श्रद्धालुओं की सुविधा का पूरा ख्याल रखा जा रहा है।जय श्रीराम के जयघोष के साथ राजा राम की नगरी में 14 कोसी परिक्रमा रात्रि के तीसरे पहर दो बजकर नौ मिनट से शुरू हुई। परिक्रमा के प्रारंभिक स्थल नाका मुजफरा स्थित हनुमानगढ़ी मंदिर की मिट्टी को माथे पर लगा श्रद्धालुओं ने परिक्रमा शुरू की। परिक्रमा मार्ग पर सिर पर आस्था की गठरी लिए नंगे पांव श्रद्धालुओं का सैलाब नजर आया। लाखों की भीड़ का अनुमान लगा प्रशासन सुरक्षा और मेला व्यवस्था के लिए पूरी तरह से सतर्क रहा। परिक्रमा मार्ग पर ड्रोन कैमरे से निगरानी की जाएगी। महत्वपूर्ण स्थलों पर हर कोई सीसीटीवी कैमरे की जद में रहा। डीएम नीतीश कुमार के मुताबिक श्रद्धालु नंगे पांव परिक्रमा करेगें, इसलिए परिक्रमा मार्ग पर जगह-जगह बालू डालकर इसे आरामदेह बनाने की कोशिश भी की गई है।
परिक्रमार्थियों का उल्लास सोमवार को दिन ढलने के साथ ही छलकने लगा था। कुछ तो पहले ही रामनगरी की परिधि पर स्थित गुप्तारघाट, लक्ष्मणघाट, संत तुलसीदासघाट, सूर्यकुंड, गिरिजाकुंड, नाका हनुमानगढ़ी जैसे उन स्थलों पर डट गए, जहां से परिक्रमा शुरू होती है, जबकि रामनगरी से जुड़ने वाले विभिन्न मार्गों सहित होटल, धर्मशाला, मंदिर, सार्वजनिक स्थल, रेलवे और बस स्टेशन से भी परिक्रमा से जुड़ी गहमागहमी शिखर की ओर है।