कायमगंज ,फर्रुखाबाद,आरोही टुडे न्यूज
भ्रष्टाचार की आए दिन कोई न कोई कहानी सामने आ रही है। किसी में रिश्वत लेते हुए तो किसी में काम करने के एवज में रिश्वत की मांग करने की घटनाएं एक के बाद एक भ्रष्टाचार की इन बातों से सरकार की भ्रष्टाचार मुक्त योजनाओं को सरकारी अमला पलीता लगा रहा है। ऐसा ही एक मामला आज फिर तहसील कायमगंज से जुड़ा हुआ सामने आया। जिसमें पीड़ित व्यक्ति राजस्व निरीक्षक की रिश्वतखोरी की दास्तान कहते हुए सुना जा रहा है। विवरण के अनुसार फिलहाल मूल निवासी जनपद मैनपुरी ग्राम कुरावली रोड नगला पंजाबा की ओम श्री पत्नी अरविंद कुमार जिनकी जमीन कायमगंज तहसील क्षेत्र के गांव बौरा में है। आज महिला के पति अरविंद कुमार अपनी फरियाद लेकर संपूर्ण समाधान दिवस में आए जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह के सामने पहुंचे। जहां उस समय तहसील प्रशासन के सर्वोच्च अधिकारी उप जिलाधिकारी संजय सिंह भी मौजूद थे। दोनों अधिकारियों के सामने पीड़ित ने कहा कि गांव बौरा स्थित उसकी गाटा संख्या 10 /2 रकबा 1-619हे०व गाटा संख्या 10/ 3 रकवा1-619 हे० की मेड़बंदी का वाद न्यायालय में था।न्यायालय द्वारा उसके हक में 11/11 /2022 को आदेश पारित हो चुका है। लेकिन राजस्व निरीक्षक द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। मेरे द्वारा संपर्क करने पर उन्होंने काम के एवज में मुझसे ₹9000 बतौर रिश्वत सुविधा शुल्क के रूप में ले लिया। इसके बाद भी पैमाइश नहीं की। आरोप लगाने वाले पीड़ित का कहना है कि रुपया उसने अपने वकील के माध्यम से उन्हीं के सामने दिया था। इसके बाद फिर कानूनगो ने कहा कि 20,000 रुपया और चाहिए । मेरे पूछने पर उन्होंने कहा कि पूरी टीम पैमाइश करने जाएगी। सभी के लिए इतना रुपया और चाहिए। मेरे मना करने पर कानूनगो ने साफ कह दिया कि जब तक रुपया नहीं दोगे। तब तक काम नहीं होगा। पीड़ित किसान ने जिलाधिकारी से शिकायत करते हुए प्रकरण की जांच एवं न्यायालय आदेश के अनुसार पक्की मेड़बंदी कराने की गुहार लगाई है । अब देखना यह है कि प्रशासन इस प्रकरण में राजस्व निरीक्षक के विरुद्ध क्या और कब तक कोई कार्यवाही करेगा, अथवा नहीं?
संवाददाता अभिषेक गुप्ता की रिपोर्ट