जन अधिकार पार्टी ने गाँव- गाँव अलख जगाई।
कायमगंज, फर्रुखाबाद, आरोही टुडे न्यूज़, जन अधिकार पार्टी के पदाधिकारियों ने वैद्य के०पी० सिंह शाक्य विधानसभा अध्यक्ष कायमगंज के नेतृत्व में गाँव – गाँव जाकर अलख जगाने का वीड़ा उठाया है| भटम ई में और अल्लाहपुर तथा पैथान आदि गाँवों में रविवार को स्वामी ब्रह्मानन्द जी की जयन्ती भी मनायी| इस अवसर पर वैद्य के०पी० सिंह शाक्य विधानसभा अध्यक्ष कायमगंज ने स्वामी ब्रह्मानन्द जी के जीवन पर बहुत ही गहराई से प्रकाश डाला|इस अवसर पर दो तीन दर्जन जन अधिकार पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित रहे|
कायमगंज विधानसभा वैद्य के०पी० सिंह शाक्य ने कहा कि जन्म पिता श्री मातादीन लोधी और माता श्रीमती जसोदा वाई के घर 4 दिसंबर 1894 को गाँव वरहरा तहसील राठ जिला हमीरपुर उ०प्र० में हुआ था| उन्होंने ने कहा कि स्वामी जी ब्रह्मा नन्द के बचपन का नाम शिवदयाल था |और शिक्षा राठ में प्राप्त की|उन्होंने कहा कि सात वर्ष की आयु में स्वामी ब्रह्मानन्द जी का विवाह श्री गोपाल महतो की पुत्री सुश्री राधा वाई से हुआ था| और दाम्पत्य जीवन में स्वामी ब्रह्मानन्द जी के एक पुत्र और एक पुत्री हुए|24 वर्ष की आयु में स्वामी ब्रह्मानन्द जी ने सन्यास ग्रहण किया था|उन्होंने कहा कि स्वामी ब्रह्मानन्द जी 1930 में स्वतंत्रता सेनानी के रूप में असहयोग आन्दोलन में दो साल के लिए कारावास भी गये| स्वामी ब्रह्मानन्द जी का शिक्षा पर विशेष जोर रहा|
उन्होंने कहा कि स्वामी ब्रह्मानन्द जी ने पहला संस्कृत महाविद्यालय तथा दूसरा वैदिक महाविद्यालय राठ जिला हमीरपुर में खुलवाया|और पंजाब प्रदेश में तो स्वामी ब्रह्मानन्द जी ने अनेकों प्राथमिक विद्यालय खुलवाये| जिनके कारण स्वामी ब्रह्मानन्द जी को बुन्देलखण्ड का मालवीय कहा जाता है|उन्होंने कहा कि स्वामी ब्रह्मानन्द जी राजनीति में 1967 में पहली बार जनसंघ पार्टी से जिला हमीरपुर की संसदीय क्षेत्र से सासंद चुने गए और दूसरी बार 1972 में श्री मती इन्दिरा गांधी जी के विशेष आग्रह पर कांग्रेस पार्टी से पुनः सासंद चुने गए|उन्होंने कहा कि स्वामी ब्रह्मानन्द जी ने आजीवन गाँव, गरीब, किसानों और मजदूरों के हित में
समस्याओं को ससंद में उठाया| और 90 वर्ष की आयु में 13 सितम्बर 1984 को स्वामी ब्रह्मानन्द जी का देहावसान हो गया|
इस मौके पर जिला प्रभारी श्याम पाल शाक्य, सुरेन्द्र शाक्य, कैलाश शाक्य विजय सिंह शाक्य विनोद सक्सेना रमन बाल्मीकि सुखवेन्द्र शाक्य, आदेश शाक्य, वेदप्रकाश शाक्य सुम्मेर शाक्य भटम ई, आत्मा दास वर्मा, सत्य प्रकाश वर्मा, गया प्रसाद वर्मा, सुरेन्द्र सिंह वर्मा, कमलेश कुमार वर्मा, सेवक राम वर्मा, कृपाल सिंह वर्मा, शिव कुमार वर्मा, सत्येन्द्र वर्मा, संदीप कुमार वर्मा, केशव लोधी राजपूत, वीरेन्द्र सिंह वर्मा अल्हापुर आदि लोग उपस्थित रहे|और जातीय जनगणना एवं किसानों के हित की आवश्यकता पर अधिक जोर दिया गया|