मानसिक स्वास्थ्य नोडल अधिकारी- डॉ दलवीर सिंह
मानसिक समस्या को दूर करने के लिए तुरंत करें कॉल
टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 14416,1800-891-4416 पर संपर्क कर मिलेंगी मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं
फर्रुखाबाद ,आरोही टुडे न्यूज़
आज के दौर में मानसिक स्वास्थ्य एक बेहद गंभीर समस्या बनती जा रही है। मानसिक बीमारी एक ऐसी बीमारी है, जिसमें पीड़ित इंसान को सामान्यतः समस्याओं के बारे में जानकारी भी नहीं रहती है। इस गंभीर समस्या से निदान और मानसिक स्वास्थ्य के समुचित समाधान के लिए घर पर बैठे टेली-मानस द्वारा आप हेल्पलाइन नंबर 14416 व टोल फ्री नंबर 1800- 891-4416 पर कॉल कर प्रशिक्षित परामर्शदाता और मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क कर अपनी मानसिक बीमारी व समस्याओं का निदान पा सकते हैं | यह जानकारी मानसिक स्वास्थ्य नोडल डॉ दलवीर सिंह ने दी।
डॉ दलवीर ने बताया कि कुछ लोग प्रत्यक्ष रूप से अपनी समस्याएं किसी से नहीं कह पाते। उनके लिए हेल्पलाइन और टोल फ्री नंबर पर बात करना बहुत ही सुलभ होगा उन्होंने बताया कि इस नंबर पर कॉल करने पर जो भी जानकारी ली जाएगी उसे किसी के साथ शेयर नहीं किया जाएगा फोन करने वाले व्यक्ति की निजता और गोपनीयता का विशेष ध्यान रखा जाएगा। मनोवैज्ञानिक सामाजिक कार्यकर्ता दीप्ति यादव ने बताया कि टैली मानस द्वारा टेली मानसिक स्वास्थ्य सहायता और नेटवर्किंग सेवा के जरिए सभी को आसानी से मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इस सेवा को प्रदान करने के लिए प्रशिक्षित और अधिकृत काउंसलर लोगों की सहायता करेंगे साथ ही मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल के लिए विशेषज्ञ से भी टोल फ्री नंबर पर संपर्क किया जा सकता है।
दीप्ति ने कहा कि मैं सभी से अपील करती हूं कभी भी कोई भी मानसिक समस्या जैसे- नींद न आना, अत्यधिक तनाव अवसाद, भ्रामक स्थिति में रहना, असफलता के बाद दबाव महसूस करते हैं तो टोल फ्री नम्बर पर कॉल अवश्य करें उन्होंने बताया कि अगर मानसिक रोगी अच्छी तरह अपना इलाज करवाए तो वह ठीक हो सकता है और आम व्यक्तियों की तरह खुशहाल जिंदगी जी सकता है। इसीलिए आगे बढ़कर अपनी समस्या बताएं और मानसिक स्वास्थ्य का इलाज करवाएं।
उन्होंने बताया कि मानसिक समस्याएं और बीमारियों से दूर रहने के लिए निम्न बातों पर ध्यान दें-
* संतुलित और पौष्टिक भोजन लें।
* व्यायाम और योगा को अपनी जीवनशैली में अपनाएं।
*शराब, तंबाकू,नशे से दूरी बनाएं।
* खाली समय में संगीत सुनें और रचनात्मक कार्य व मनपसंद किताबें पढ़े।
* पारिवारिक लोगों और मित्रों के साथ खुलकर बात करें।
*हीन व नकारात्मक भावना से बचने के लिए दिन में 10 मिनट एकाग्र चित होकर ध्यान अवश्य लगाएं।